रविवार, 4 अप्रैल 2010

अंधेर नगरी चौपट राजा यानि नक्सली मुख्यमंत्री शिबू सोरेन

झारखण्ड में नक्सलवाद कोई समस्या नहीं.सब दुष्प्रचार.ई ग्रीनहंट क्या है? :शिबू सोरेन
सच पूछिये तो आज समूचे झारखण्ड प्रदेश में नक्सलियों का राज है.नक्सलियों के खिलाफ केंद्र राज्य सरकार की की संयुक्त मुहिम "ग्रीन हंट" जैसी कारवाई का भी कोई खास असर देखने को नहीं मिल रही है.एक स्थानीय दैनिक समाचार पत्र के अनुसार प्रदेश में करीव २०० करोड़ रूपये की सरकारी योजना नक्सली आतंक के कारण ठप्प है.नक्सली संगठनें प्रति वर्ष करीव १०० करोड़ लेवी वसूल रहे हैं. इससे इतर झारखण्ड के मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का कहना है कि प्रदेश में कोई नक्सली समस्या नहीं है.सब दुष्प्रचार कर रहा है.कभी उन्हें भी नक्सली कहा जाता था.यही नहीं आजादी के इतने वर्षों वाद भी जंगली जीवन जीने को अभिशप्त बहुसंख्यक आदिवासी समुदाय को बदनाम करने की "साजिश" करार देते हुए अपने समर्थकों के बीच "दिशोम गुरू"के नाम से शुमार श्री सोरेन का कहना है कि नक्सलियों के विरूद्ध जारी अभियान "ग्रीनहंट" चल रही है,उसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वेशक आज झारखण्ड की स्थिति अंधेर नगरी तथा शिबू सोरेन की स्थिति चौपट राजा जैसी है,जो प्रचुर खनिज संपदा और मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य की इस धरती के लिये एक अभिशाप से कम नहीं है.

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