बुधवार, 25 अगस्त 2010

विकास(राँची)-बरही(हजारीबाग) एन.एच.-३३ फोलेनिंग में भारी अनियामियता व गबन-घोटाले की आशंका

दरअसल एन.एच.-३३ के फोरलेनिंग के नाम पर जिला भूअर्जन कार्यालय एवं राष्ट्रीय सड़क निर्माण प्राधिकरण से जुड़े लोग घोर अनियामियता अपनाते हुए करोड़ों के हेरफेर रिश्वतावाजी के खेल में मशगुल है.सरकार ने फोरलेन सड़क निर्माण की चौड़ाई १०० फूट निर्धारित की है,जिसके तहत प्रायः ८४-८५ फीट पक्का कार्य होता है. जी.टी. रोड,राँची-पतरातु मार्ग से लेकर बिहार,उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में यही नजारा दिखाई देता देता है.यदि विकास(राँची) से चुटूपालू(ओरमाँझी) तक का ही आंकलन करें तो निर्धारित मापदंड के विपरीत कार्य होने पर हजारों व्यावसायिक घर समेत सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि ही वेबजह तहस नहीं होगें.अपितु उनके समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो जायेगी.जाहिर है इससे एक बड़े जनमानस में विद्रोह की स्थिति उत्पन्न होगी और शासन-प्रशासन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.महामहिम राज्यपाल को चाहिए कि अविलंब हस्तक्षेप कर फौरिक जांच करते हुए तत्काल कार्रवाई करें,जिससे विकास भी गति पकड़े और लोगों को अधिक नुकसान भी हो.

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