राजधानी रांची के पूर्व सांसद रामटहल चौधरी का स्पष्ट मानना है कि सुप्रीम कोर्ट के एकलपीठ के
फैसले के अनुसार यदि पेसा कानून के तहत झारखण्ड मे पंचायत चुनाव हुआ तो इससे सामाजिक समरसता बिगडेगी और आपसी कटुता बढेगी.उन्होने झारखण्ड सरकार से इस संवेदनशील मुद्दे पर पुनर्विचार करने की मांग की है.
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