रविवार, 3 जनवरी 2010

मंत्री पद से हटाये जा सकते है सुबोधकांत सहाय

कांग्रेसियो ने हार का ठीकरा केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत के सिर फोडा
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के एक बडा धडा ने केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के विरूद्ध खुला बगावत करते हुये हालिया सम्पन्न विधान सभा चुनाव मे पार्टी की करारी हार के लिये प्रमुख दोषी करार दिया है.
प्रदेश कांग्रेस सचिव ने पार्टी के दर्जनो शीर्ष आदिवासी व अल्पसंखयक नेताओ ने पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष सोनिया गान्धी को प्रेषित पत्र मे लिखा है कि श्री सहाय ने चुनाव के दौरान जिस तरह खुद को मुख्यमंत्री के रूप मे खुल्लेआम पेश किया,उससे आदिवासियो व अल्पसंखयक समुदाय के लोगों मे गलत मैसेज गया और वे कांग्रेस से दूर हो गये. बकौल आरोप श्री सहाय ने पार्टी के वोटबैंक बने ईसाई और सरना आदिवासी मतो को आपस मे जोडने के बजाय स्वहित मे तोडने का कार्य किया है.
वीते विधानसभा सभा चुनाव मे चुनाव संचालन समिति के संजोजक रहे केन्द्रीय मंत्री पर प्रेषित पत्र मे साफ उल्ल्ख है कि उन्होने भारी अनियमियता-भ्रष्टाचार को बढावा देते हुये चुनाव के दौरान सरकारी महकमे का का खुला दुरूपयोग किया,जिससे पार्टी के कई दिग्गज प्रत्याशी चुनाव हार गये. उक्त पत्र मे श्री सहाय पर कई अन्य गंभीर आरोप लगाते हुये सुबोध का पुलिन्दासौंपने हेतु कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शीघ्र समय की मांग की गई है.
कहा जाता है कि उक्त पत्र की एक प्रति कांग्रेस के महासचिव राहुल गान्धी को भी भेजी गई है जिन्होने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है.श्री सहाय की कार्यशैली को देखते हुये उन्हें मंत्री पद से भी हटाया जा सकता है.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें